उत्तराखंड: चंपावत देवभूमि के लाल पवनदीप राजन पहुंचे इंदौर, छाए रहने के लिए दिए कुछ खास टिप्स
UttarakhandNews: इंडियन आइडल 12 भले ही खत्म हो गया हो, लेकिन इंडियन आइडल 12 के विनर पवनदीप राजन का जादू उनके फैंस के सिर चढ़कर अब भी बोलता है।
चंपावत के रहने वाले पवनदीप राजन आज पूरी दुनिया में अपनी सुरीली आवाज के लिए पहचाने जाते हैं। उनकी फैन फॉलोइंग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। हर कोई उनकी आवाज़ का दीवाना है।
कल शनिवार को पवनदीप राजन और उनकी को – कंटेस्टेंट अरूणिता कांजीलाल इंदौर पहुंचे । हमेशा साथ दिखाई देने वाले पवनदीप और अरूणिता इंदौर में भी एक दूसरे के साथ दिखाई दिए । इंदौर में दोनों पत्रकारों से हुए रूबरू हुए।
इंदौर में दोनों ने अपनी गायकी के अनुभव को पत्रकारों के साथ साझा किया। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि उनका अब तक का सफर कैसा रहा। उनका कहना था कि गायकी के लिए सिर्फ एक अच्छी आवाज का होना ही जरूरी नहीं है बल्कि हर रोज रियाज भी बहुत ज्यादा आवश्यक है।
किसी भी रियलिटी शो को जीतने के बाद आपको काम और पैसा तो मिलता ही है लेकिन यदि आप अपने संगीत का रियाज करना यह सोच कर बंद कर देते हैं कि अब तो आप ने सो भी जीत लिया है , पैसे भी कमा लिए हैं और काम भी मिलने लगा है तो यकीन मानिए धीरे-धीरे आपको काम मिलना भी बंद हो जाएगा और आपकी शोहरत भी गुम होने लगेगी और आप बस एक गुमनाम सितारा बनकर रह जाएंगे । इसलिए किसी भी हाल में रियाज को ना छोड़े।
आगे पवनदीप का कहना था कि यह जीत सिर्फ एक सफर की शुरुआत है असल में सफर तो अभी बहुत लंबा है जिसे तय करने में बहुत समय लगेगा।