उत्तराखंड के इस युवा के जज्बे को सलाम, 26 के उम्र में 100 बच्चों की उठाई जिम्मेदारी
Dehradun News- पिछले डेढ़ साल कोरोना महामारी के बीच ही गुजरे हैं। इस बीमारी ने लाखों लोगों की जिंदगी छीनी और अभी भी इसके खिलाफ जंग जारी है। जिंदगी को कभी ये वक्त भी देखना पड़ेगा किसी ने सोचा नहीं था। इस बीमारी ने कई बच्चों को भी अनाथ कर दिया है। अनाथ बच्चों को छत देने के लिए कई संगठन आगे आए हैं जो बताता है कि इंसानियत का धर्म निभाकर भी इस बीमारी को हराया जा सकता है।
देहरादून के जय शर्मा ( 26 वर्षीय) भी उन लोगों में से हैं, जिन्होंने बच्चों का अनाथ बच्चों का अभिभावक बनने का फैसला किया है। वह राजधानी में JOY (Just Open Yourself) नाम से एनजीओ चलाते हैं। उन्होंने 100 बच्चों की जिम्मेदारी उठाने का फैसला किया है। एनजीओ की फेसबुक पोस्ट में शर्मा ने लिखा इन बच्चों को हर तरह का सहयोग तब तक दिया जाएगा, जब तक ये आत्मनिर्भर नहीं हो जाएंगे। इस तरह की सोच उत्तराखंड के युवाओं को अलग पहचान दे रही है। वह खुद तो आगे बढ़ रहे हैं बल्कि समाज को आगे ले जाने की बात कर रहे हैं।
उत्तराखंड की राजधानी में JOY नाम से एनजीओ चलाने वाले जय शर्मा अब तक 20 ऐसे बच्चों की डाइट, दवाओं और वित्तीय जरूरतों को संभाल रहे हैं। कोविड लहर के दौरान जब उनके पास मदद के लिए संदेश आने लगे तो उन्होंने बच्चों के जीवन को सवारने का फैसला किया। उन्होंने अपनी घोषणा को सच्चाई में बदला और 20 को तो गोद ले भी लिया है। एनजीओ को उम्मीद है कि जल्द यह आंकड़ा 50 हो जाएगा। JOY संस्थान की इस मुहिम की चारों तरफ तारीफ हो रही है। सोशल मीडिया पर युवा लगातार जय शर्मा के विचारों को अपने जानने वालों के समक्ष शेयर कर रहे हैं ताकि इस मुहिम को गति मिल सकें।