द्वाराहाट की मनीषा रौतेला ने पाया मुकाम, चार साल की कड़ी मेहनत के बाद बनीं लेफ्टिनेंट

Manisha Rautela story:-उत्तराखंड राज्य में बेटियों के हुनर और जज्बें से तो हम सभी परिचित है। पहाड़ की बेटियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। राज्य में सैन्य सेवा के लिए भी युवाओं में खासा उत्साह दिखाई देता है जिसमें अब राज्य के केवल बेटे ही नहीं बल्कि बेटियां भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जिन्होंने भारतीय सेना में एक काबिल मुकाम पाया है। हम बात कर रहे हैं मनीषा रौतेला की। मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट तहसील के ग्राम तिपोला निवासी मनीषा रौतेला की, जिन्हें भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है। चार साल के कठिन प्रशिक्षण के बाद उन्हें बीते दिनों मिलिट्री नर्सिंग सर्विस में लेफ्टिनेंट बनने का मुकाम हासिल हुआ है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मनीषा रौतेला ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा गांव के ही ज्ञानदीप स्कूल से प्राप्त की थी। उस के बाद उन्होंने कनोसा कॉन्वेंट स्कूल रानीखेत से अपनी पढ़ाई जारी रखी। अपनी बारहवीं कक्षा के लिए उन्होंने आर्मी स्कूल रानीखेत में दाखिला लिया और यहां से अपनी 12वीं भी उत्तीर्ण की। 12वीं उत्तीर्ण करने के साथ ही उनका चयन मिलिट्री नर्सिंग सर्विस के लिए हो गया था। यहां चार साल के कठिन प्रशिक्षण के बाद वह अब भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गई हैं। बतौर लेफ्टिनेंट मनीषा को कोलकाता मिलिट्री कमांड के इस्टर्न कमांड हॉस्पिटल में पहली नियुक्ति मिली है।

बता दें कि मनीषा के पिता सुंदर सिंह रौतेला रानीखेत के छावनी परिषद में बतौर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कार्यरत हैं और उनकी माता नीमा रौतेला एक कुशल गृहिणी हैं। मनीषा की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से उनके परिवार और गांव में हर्षोल्लास का माहौल है।उनके सेना में लेफ्टिनेंट बनने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, द्वाराहाट विधायक मदन बिष्ट, आर्मी स्कूल के प्रधानाचार्य कमलेश जोशी, हेमंत मेहरा, बृजेश जोशी, महेश रौतेला, महेंद्र रौतेला सहित कई लोगों ने भी खुशी जताई है।