उत्तराखंड: देवभूमि की यह शिक्षिका बनी दुनिया के लिए मिसाल, जानिए कौन है ये

Uttarakhand News : आज देवभूमि के लोग चाहूं दिशा में अपनी सफलता का डंका बजा रहे हैं और हमारे उत्तराखंड को गौरवान्वित करवा रहे हैं। हमारे उत्तराखंड को गौरवान्वित करवाने वालों की लिस्ट दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है आज इसी कड़ी में हम आपको उत्तराखंड की एक ऐसी शख्सियत से रूबरू करवाने जा रहे हैं जो पेशे से तो शिक्षिका है लेकिन उन्होंने जो काम किया है वह पूरी दुनिया में मिसाल बनता जा रहा है।

जी हां आज हम बात कर रहे हैं शिक्षिका पिंकी पवार की। पिंकी पवार मूल रूप से देहरादून सुंदर वाला रायपुर की निवासी है। पिंकी वर्तमान में अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज सोडा सिरौली विकासखंड रायपुर देहरादून में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं । एक शिक्षिका होने के नाते बच्चों का भविष्य सॅवारती ही हैं किंतु इसके अलावा उन्होंने जो काम किया है वह आज पूरी दुनिया के लिए मिसाल बन गया है।

दरसअल पिंकी समाज के आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए जिज्ञासा नामक ट्रस्ट से जुड़ी हुई है , जिसके संस्थापक और सचिव पिंकी पवार के पिता सेवा निवृत्त कैप्टन बलदेव सिंह पवार हैं । प्राप्त जानकारी के अनुसार पिंकी का इस संस्था से जुड़ने का मुख्य उद्देश्य यह था कि वो आर्थिक रूप से कमजोर बच्चो के लिए जो कि पैसे के आभाव में पढ़ लिख नही सकते उनकी सहायता कर के उनके भविष्य को संवारना चाहती थी । बस इसी बात को लेकर पिंकी ने कई बच्चो का एडमिशन अब तक अपनी आय से किया है ।

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पिंकी के इस सराहनीय कार्य से समाज को प्रेरणा मिलती है कुछ बेहतरीन और अच्छा करने की । पिंकी एक अच्छी शिक्षिका तो है ही साथ ही साथ समाज के आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए भी वह दिन रात कुछ ना कुछ ऐसा कर रही हैं जिससे कि समाज के यह बच्चे अपने भविष्य को संवार सके और जीवन में आगे बढ़ सके।

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यदि बात करें पिंकी की शिक्षा- दीक्षा की तो उन्होंने दसवीं तक की शिक्षा मानसेर हरियाणा से और 12वीं की शिक्षा आगरा से हासिल की है इसके बाद उन्होंने देहरादून से इंग्लिश और हिंदी में m.a. किया तत्पश्चात बीएड और एन टीटी भी की।

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पिंकी शिक्षिका होने के साथ अनेको सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं।