उत्तराखण्ड: देवभूमि के दान सिंह ने किया कमाल, जानेंगे तो हो जाएंगे हैरान
Uttarakhand news : जहां चाहा वहां राह इस कहावत को हम सब ने बचपन से सुना है । इसी की तर्ज पर आज हम आपको बताएंगे कि यदि दिल में चाह हो क्या नहीं हो सकता ।लाख मुसीबत में आ जाए यदि इरादे बुलंद हो तो आप कुछ भी कर सकते हैं , और इसका जीता जागता उदाहरण है अल्मोड़ा के रहने वाले दान सिंह रौतेला ।
दान सिंह रौतेला भी आम लोगों की तरह पैसा कमाने के उद्देश्य से अपना घर – बार छोड़कर उत्तराखंड राज्य से बाहर निकल गए किंतु कोरोना महामारी के आने से उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा और वापस से अपने राज्य लौटकर आना पड़ा ।
किंतु इस बार उन्होंने मन बना लिया था कि अब जो भी काम करेंगे अपने स्वयं का काम करेंगे, स्वयं का कोई रोजगार करेंगे और बस इसी बात को मद्देनजर रखते हुए उन्होंने बिच्छू घास( कंडाली) से इम्यूनिटी बूस्टर चाय अर्थात हर्बल टी बना दी, चूंकि यह कार्य उन्होंने कोरोना काल में किया था , जबकि लॉकडाउन लगा हुआ था , और इस दौरान कोरोना संक्रमण के मामले दिन-ब-दिन तेज होते जा रहे थे और doctor’s का कहना था की कोरोनावायरस से तभी बचा जा सकता है जबकि आपकी इम्यूनिटी स्ट्रांग हो बस इसी बात को ध्यान में रखकर उन्होंने कंडाली से बनी हुई हर्बल टी बनाई क्योंकि कंडाली जहां घास होने के साथ-साथ एक बहुत अच्छी इम्यूनिटी बूस्टर भी होती है।
और बस फिर क्या था उन्होंने कंडाली से बनी इम्यूनिटी बूस्टर टी को ही अपना रोजगार बना लिया और स्वयं तो काम किया ही किया साथ ही साथ अपने जैसे अनेकों बेरोजगारों को भी उन्होंने सहारा देकर रोजगार दिया।
आज दान सिंह के द्वारा बनी हर्बल टी बाजार में अच्छे खासे रूप में बिक रही है और दान सिंह अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं और साथ-साथ जो उनके इस कार्य में जुड़े हैं उनको भी फायदा मिल रहा है।