उत्तराखंड: मूल निवास व भू कानून लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने किया विधानसभा कूच।

मूल निवास व भू कानून लागू करने की मांग को लेकर विधानसभा कुच कर रहे 50 से अधिक प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने कालीमाटी बैरियर पर रोक लिया।इस बीच प्रदर्शनकारियों ओर पुलिस के बीच जबरदस्त झड़प देखने को मिली।लगभग 1घंटे तक चली जदोजहद ओर धक्कामुक्की के बीच प्रदर्शनकारी केन्द्रीय संयोजक मोहित डिमरी के नेतृत्व में आगे निकलने में कामयाब रहे।लेकिन दिवालीखाल बैरियर से उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया गया।

इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार ओर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।भारी हंगामे के बीच भुवन कठैत सहित कई आंदोलनकारी सड़क पर लेट गए,जिससे उन्हें दिवालीखाल बैरियर से आगे बढ़ने से रोक लिया गया ओर एडीएम रूद्रप्रयाग के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया।मूल निवासी व भू कानून स्वाभिमान मंच के केंद्रीय संयोजक मोहित डिमरी ने कहा की मूल निवास उत्तराखंड का अस्तित्व बचाने की लड़ाई है,जिसके लिए वह शांतिपूर्ण तरीके से सरकार के समक्ष अपनी बात रखना चाहते थे।लेकिन सरकार ने पुलिस को आगे कर लोकतंत्र की आवाज को दबाने का काम किया है।भुवन कठैत ने कहा कि सरकार दमनकारी नीति अपना रही है,जबकि सदन में इसको लेकर कोई चर्चा नहीं की जा रही है।

स्वाभिमान मंच के कुमाऊं से संयोजक राकेश बिष्ट ने कहा कि आंदोलन को और व्यापक कर सरकार को झुकने पर मजबूर किया जाएगा।वहीं स्थाई राजधानी संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड की नौकरी ओर जमीनों पर डाका डाला जा रहा है,जिसमें सरकार भी शामिल है।इस मौके पर मोहित डिमरी भुवन कठैत राकेश बिष्ट नारायण सिंह बिष्ट जसवंत सिंह बिष्ट रविंद्र नेगी अशोक कुमार सहित बड़ी संख्या में सदस्य शामिल रहे।