हल्द्वानी में भी सामने आया ज्योति मौर्य जैसा मामला, पति धरने पर बैठा

हल्द्वानी: प्रयागराज में तैनात एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य के आपसी विवाद से आप सब परिचित ही हैं। अब ठीक ऐसा ही मामला हल्द्वानी में देखने को मिला है। हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में बैठा एक शख्स खुद को पत्नी द्वारा सताए जाने की बात कही है। दरअसल इस शख्स का नितिन जैन है, जो कि हरिद्वार का रहने वाला है। नितिन ने बताया कि उनकी पत्नी सुरभि गुप्ता है, जो कि इस वक्त हल्द्वानी के गौलापार स्थित राजकीय महाविद्यालय में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर तैनात हैं। उनकी पत्नी न तो उनको तलाक ही दे रही है न उनके साथ रहने को राजी हैं। नितिन पेशे से व्यवसायी है। नितिन ने बताया कि पत्नी को पढ़ाई के लिए हरसंभव मदद की और करीब 6 लाख की राशि भी खर्च किए। उनकी शादी भी 2014 में रजिस्टर्ड है। उसके बाद जब पत्नी प्रोफेसर बन गई तो वह उनसे लड़ने झगड़ने लगी और अलग रहने के लिए दबाव डालने लगी।

नितिन ने अपनी पत्नी पर तमाम आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पत्नी को एक फ्लैट भी दिलवाया, जहां वह साथ रह रहे थे लेकिन फ्लैट पत्नी के नाम से लिया था तो पत्नी ने उन्हें घर से निकाल दिया। उनका कहना है कि हम दोनों की एक पुत्री भी है। वर्ष 2018 से उनका तलाक का केस भी चल रहा है। केस दर्ज होने के बाद हर माह वह सुरभि को कोर्ट के आदेश पर खर्चे के लिए 25 हजार प्रति माह भी देते आए हैं। लेकिन दो साल तक खर्च देने के बाद जब पत्नी कोर्ट में उपस्थित नहीं हुई तो उन्होंने यह खर्चा देना बंद कर दिया अब पत्नी ने नया वाद दाखिल कर दस लाख रिकवरी का केस डाला है।

नितिन का आरोप है कि उनकी पत्नी थाने-पुलिस चौकी में गलत शिकायत करती है और उन्हें उनकी बच्ची से भी मिलवाने से मना कर देती है। वहीं नितिन ने पत्नी की पीएचडी और नौकरी पाने के तरीके पर भी कई सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि अपने कागजातों में सुरभि ने मेडिकल सर्टिफिकेट सहित तमाम अन्य दस्तावेज पेश नहीं किए हैं, उनकी मूल तैनाती रुद्रप्रयाग में थी लेकिन किसी तरह अधिकारियों से मिलीभगत के चलते उसने दुर्गम से सुगम में अपनी तैनाती करवा ली। हालांकि पत्नी सुरभि गुप्ता इन आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि नितिन उनपर दबाव बनाने के लिए यह सब कर रहे हैं। वह अपनी बेटी के साथ अकेली रहती हैं। उन्होंने आगे कहा कि मामला कोर्ट में है और अभी उनका स्वास्थ्य खराब है। वह अभी इस मामले में कुछ और नहीं बोलेंगी।