Uttarakhand News: आज देवभूमि की बेटियां हर क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम बना रही है । उनकी इस सफलता से जहां एक ओर उनके परिजनों का सिर गर्व से ऊंचा होता है वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड का नाम भी रोशन होता है।
देवभूमि की इन सफल बेटियों से हम आपको हर दिन रूबरू कराते रहे हैं, लेकिन आज आपको हम जिस बेटी के बारे में बताने जा रहे हैं उसकी कहानी इन बेटियों से बहुत अलग है। क्योंकि ईश्वर ने उसे सब कुछ देकर भी अधूरा से रक्खा। जी हां आज हम बात कर रहे हैं देवभूमि उत्तराखंड की बेटी जो कि मूल रूप से देहरादून की रहने वाली है वंशिका मल्लिक की।
दरअसल वंशिका मलिक जन्म से ही दृष्टिबाधित है। निसंदेह ईश्वर ने उन्हें नेत्र ना देकर नाइंसाफी करी लेकिन वंशिका ने अपनी इस कमी को कभी भी अपनी सफलता के आड़े नहीं आने दिया।
वंशिका ने मात्र 23 वर्ष की आयु में महिला महाविद्यालय पीजी कॉलेज कनखल हरिद्वार से m.a. म्यूजिक में top कर के सब के लिए मिसाल कायम करी है । विगत 1 दिसंबर को वंशिका को हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सटी में 10th Convocation में बुलाया गया था और वहां उन्हें गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया है ।
वंशिका मल्लिक बाल्यकाल से ही पढ़ने में बहुत अच्छी रही है। यूके पॉजिटिव न्यूज़ से बातचीत में वंशिका ने बताया की वह भविष्य में संगीत की शिक्षिका बनना चाहती है और गवर्नमेंट सेक्टर में ही जॉब करना चाहती है। इसके अतिरिक्त वंशिका कई और तरह के कॉम्पिटेटिव एग्जाम्स की तैयारी भी कर रही है।
वंशिका के पिता का नाम राजकुमार मल्लिक है और वह पेशे से बिजनेसमैन है , जबकि माता का नाम कृतिका मल्लिक है और वह ग्रहणी है। माता कृतिका को अपनी बेटी पर गर्व है । वंशिका की इस सफलता से जहां उनके परिजनों में खुशी का माहौल है वहीं उनके क्षेत्र में भी खुशियां छाई है।
यूके पॉजिटिव न्यूज़ वंशिका के उज्जवल भविष्य की कामना करता है एवं उन्हें हार्दिक बधाई देता है।

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