उत्तराखंड: हल्द्वानी की इस बेटी ने बढ़ाया मान, पढ़िए पूरी खबर!
जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में महिलाओं को स्वरोजगार के रास्ते पर बढ़ने व इस क्षेत्र में कार्य कर रही महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए एक दिवसीय राष्ट्रीय महिला उद्यमी सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, मणिपुर, नागालैंड, पंजाब तेलंगाना से आई 54 महिला उद्यमियों ने प्रतिभाग किया था। देशभर से आई महिला उद्यमियों को विशेषज्ञों ने टिप्स दिए। कार्यक्रम के दौरान महिला उद्यमियों और छात्रों के बीच संवाद भी हुआ। हल्द्वानी निवासी चित्रा बिष्ट भी समिट का हिस्सा बनी और उन्हें सम्मानित भी किया गया। चित्रा बिष्ट ने पर्सनल केयर उत्पादों को बाजार तक पहुंचा रही हैं जो पूरी तरह से ऑर्गेनिक हैं। उनके स्टार्टअप का नाम पिछौड़ा है। उनके ब्रांड ने काफी कम वक्त में पहचान स्थापित की है और पिछले दिनों अपने काम की वजह से चित्रा सुर्खियों में भी रहीं थी।
बता दें कि हल्द्वानी लामाचौड़ निवासी चित्रा बिष्ट ने आर्यमान विक्रम बिरला स्कूल से इंटर तक की शिक्षा हासिल की। इसके बाद उन्होंने नैनीताल के डीएसबी परिसर से ग्रेजुएशन किया और फिर केबिन क्रू के रूप में काम किया। वर्ष 2021 से वे अपने भाई के साथ पिछौड़ा स्टार्टअप पर काम कर रही है। अपने साथ वो कई लोगों को भी रोजगार दे रही हैं। चित्रा बिष्ट ने हर्बल उत्पाद बनाने के लिए हल्द्वानी में ही एक यूनिट स्थापित की गई है।
मुक्तेश्वर, नैनीताल व अन्य पर्वतीय स्थानों के किसान रॉ मटेरियल प्रोवाइड कराते हैं। फिर इन्हें प्रोसेसिंग यूनिट में तैयार किया जाता है। मौजूदा वक्त में पिछौड़ा स्टार्टअप के अंतर्गत पर्सनल केयर से जुड़े 20 से ज्यादा उत्पाद बनाए जाते हैं। इस लिस्ट में हेयर ऑयल, बॉडी स्क्रब, लिप बाम, बॉडी ऑयल, फेस वॉश समेत कई प्रोड्क्ट शामिल हैं। इन सभी उत्पादों की अलग-अलग वैरायटी है। उन्होंने बताया कि लोगऑनलाइन( www.pichora.in) लेवल पर देशभर में मार्केटिंग कर रहे हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से भी पिछौड़ा के उत्पादों को लोग खरीदते हैं। चित्रा ने बताया कि करीब 10 से ज्यादा लोग पिछौड़ा स्टार्टअप से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं। इसमें किसान और प्रोसेसिंग यूनिट की टीम भी शामिल है।
राष्ट्रीय महिला उद्यमी सम्मेलन को लेकर चित्रा ने बताया कि ये एक शानदार अनुभव रहा। अपने काम को कैसे बेहतर किया जा सकता है उनको लेकर चर्चा हुई जो काफी मददगार साबित होगा। इस दिशा में काम कर रही महिलाओं से भी संवाद हुआ और उन्होंने भी अच्छी जानकारी साझा की। इस तरह के आयोजन प्लानिंग करने में सहायता करते हैं।
दूसरी ओर सम्मेलन में पहुंचे विशेषज्ञों ने कहा कि देश में महत्वपूर्ण व्यवसाय और आर्थिक विकास महिलाओं की भागेदारी के चलते हुआ है। भारत में अमेरिका और चीन से भी ज्यादा यूनिकॉर्न है। उद्यमी बनने के लिए महिलाओं में जो ऊर्जा है वो काफी प्रभावित करती है।