उत्तराखंड : औषधीय गुणों से भरपूर है कंडाली का साग और भट्ट की दाल, जानिए कैसे

Uttarakhand News : उत्तराखंड जहां एक ओर देवी-देवताओं के वास और अपनी नैसर्गिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड यहां के प्रसिद्ध भोज्य पदार्थों के लिए भी जाना जाता है । उत्तराखंड के कुछ भोज्य पदार्थ स्वादिष्ट होने के साथ-साथ शारीरिक रूप से भी लाभकारी हैं जिनके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं ।

कंडाली अथवा सिसौढ़ घास –

इन दिनों उत्तराखंड समेत हर जगह ठंड का प्रकोप बहुत तेजी से बढ़ रहा है पिछले कई दिनों से सूर्य देवता के दर्शन दुर्लभ हो गए हैं और हर तरफ या तो घना कोहरा है या फिर बारिश का कहर ऐसे में सर्दी जुखाम होना आम सी बात हो जाता है और इसके साथ-साथ इम्यून सिस्टम भी काफी कमजोर हो जाता है।

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ऐसे में यदि आप स्वस्थ रहना चाहते हैं और चाहते हैं कि आपका इम्युनिटी सिस्टम मजबूत रहे तो उसके लिए बहुत ही आसान सा तरीका यह है कि आप कंडाली का साग खा सकते हैं । कंडाली को कई जगह बिच्छू घास अथवा सिसौढ़ भी कहते हैं।

कंडाली के पत्ते आइरन से भरपूर होते हैं जिससे कि खून की कमी पूरी हो सकती है । इसमें भरपूर मात्रा में फोरमिक एसिड , इएस्टिल कोलाइट और विटामिन ए कंडाली में बहुतायत मात्रा में पाया जाता है । ये हमारी इम्युनिटी को भी बढ़ाता है ।

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कंडाली में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को जड़ से खत्म करने खूबी है । कंडाली की सब्जी ठंढ के दिनों में खाई जाने वाली तथा लाभकारी सब्जी है ।

पहाड़ी भट्ट की दाल –

पहाड़ी भट्ट की दाल चाहे वो सफेद हो अथवा काले भट्ट की हो उसका स्वाद ही निराला है भट्ट की दाल भी औषधीय गुणों से भरपूर है। भट्ट की दाल रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में बहुत अधिक लाभकारी होती है ।इसके अतिरिक्त कोलेस्ट्रोल को कम करने में भी भट्ट की दाल बहुत उपयोगी है ।

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दिल के रोगियों के लिए भी भट्ट की दाल बहुत अधिक लाभकारी बताई जाती है ।भट्ट की दाल में प्रोटीन भी बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है ।इसके अतिरिक्त कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में मिलता है भट्ट की दाल में ।

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