उत्तराखंड: हल्द्वानी पुलिस ने पेश की मिसाल, जानिए कैसे

Uttarakhand News : कथनी और करनी में अंतर होने वाली बात उत्तराखंड पुलिस के साथ सही नहीं बैठती। उत्तराखंड पुलिस ये समय समय पर साबित करते हुए आई है कि आखिर क्यों उसे मित्र पुलिस कहा जाता है। अब हल्द्वानी चोरगलिया में पुलिस का एक और मानवीय चेहरा देखने को मिला है। रात को घायल होकर सड़क पर तड़प रहे दो युवकों की जान थानाध्यक्ष ने अपनी कार को एंबुलेंस बनाकर बचाई है। हरेंद्र सिंह नेगी की वाह वाही हर जगह हो रही है।

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दरअसल रविवार की शाम जब चोरगलिया थानाध्यक्ष हरेंद्र सिंह नेगी गश्त के लिए निकले तो थाने से थोड़ा आगे उन्हें सड़क के करीब नाले के पास दो युवक पड़े दिखे। दोनों युवक बेसुध हालत में सड़क पर पड़े हुए थे। बताया जा रहा है कि कोई अज्ञात वाहन उन्हें टक्कर मारकर फरार हो गया था। थानाध्यक्ष को ढूंढने पर आसपास कोई भी निजी वाहन नहीं दिखा। इसके बाद उन्होंने एम्बुलेंस को कॉल किया तो मालूम हुआ कि चालक खटीमा मरीज को लेकर गया है।

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ऐसे में थानाध्यक्ष ने हिम्मत दिखाई और दोनों युवकों को अस्पताल ले जाने के लिए अपनी गाड़ी को ही एम्बुलेंस बना दिया। उन्होंने बिना देरी किए दोनों युवकों को अपनी कार में लेटा दिया। इसके बाद वह कार को सीधा सुशीला तिवारी अस्पताल लेकर पहुंच गए। बता दें कि घायल युवकों की पहचान राजवीर सिंह पुत्र शिव प्रभात सिंह निवासी ग्राम कुंडेश्वरी, थाना ठाकुरद्वारा मुरादाबाद व कुणाल राठी पुत्र गिरिराज राठी निवासी काशी रामपुर, थाना मंडावली, बिजनौर व हाल तिकोनिया निवासी के रूप में हुई

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गौरतलब है कि ऐसी दरियादिली और जज्बे के बाद हर तरफ थानाध्यक्ष हरेंद्र सिंह नेगी की तारीफ हो रही है। सोशल मीडिया पर भी उनके इस नेक काम को जमकर सराहा जा रहा है। इंटरनेट पर उनकी फोटो भी वायरल हो रही है। सब एक ही बात कह रहे हैं कि, थानाध्यक्ष हो तो ऐसा। युवकों का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया है कि युवकों के सिर, पैर व हाथ में चोट आई है।

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