उत्तराखंड: भाजपा – कांग्रेस ने जमकर लगाए एक दूसरे पर आरोप: पढ़िए क्या है पूरी खबर !

उत्तराखंड में सहकारी समिति से जुड़ी एक कोऑपरेटिव सोसायटी पर करोड़ों रुपए का धोखाधड़ी करने के बाद फरार होने का आरोप है।जिसमें उत्तराखंड के सैकड़ो लोगों का करोड़ों रुपया डूब गया है। ऐसे में इस पर अब राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप भी शुरू हो गए हैं। कांग्रेस कोऑपरेटिव सोसाइटी के साथ भाजपा की साथ गांठ करार दे रही है तो भाजपा कांग्रेस पर ही इस कंपनी को उत्तराखंड में स्थापित करने का आरोप लगा रही है।
दरअसल बीते साल अक्टूबर माह में कोटद्वार कोतवाली में द लोनी अर्बन मल्टीस्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट को-ऑपरेटिव सोसायटी (एलयूसीसी) द्वारा निवेशकों से 189 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया था. जिसमें पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था. अब इसी सोसायटी के पौड़ी कार्यालय की एजेंट बंसती देवी ने कोतवाली पौड़ी में तहरीर दी. जिसमें उन्होंने स्वयं के भी निवेशक होने की बात कही. तहरीर में उन्होंने बताया उनके 150 निवेशकों ने आरडी और एफडी के रूप में करीब 2 करोड़ रुपये का निवेश किया है. इस नए मामले के सामने आने के बाद, पुलिस ने सोसायटी के प्रबंधक समेत पांच आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि सोसायटी ने किस तरह निवेशकों को ठगा और कितने अन्य लोग इस फर्जीवाड़े का शिकार हुए हैं. जल्द ही पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर आगे की वैधानिक कार्रवाई करेगी।
कोऑपरेटिव सोसाइटी एल यू सी सी के मामले में सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत का बयान सामने आया और उन्होंने कहा कि LUCC कांग्रेस की देन है, किसने गबन किया इसका भी पर्दाफाश जल्द हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कंपनी साल 2012 में अस्तित्व में आई और दिसंबर 2016 में उत्तराखंड राज्य में यह कंपनी खोली गई ऐसे में यह साफ होता है कि एलयूसीसी किस पार्टी की देन है, और जल्द ही इस पूरे मामले का भी खुलासा होने जा रहा है, क्योंकि केंद्र में गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने जांच के आदेश दे दिए हैं उसके साथ ही प्रदेश में भी डीजीपी के द्वारा जांच की जा रही है ।
वही इस मामले पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी खुलकर मोर्चा खोल दिया है और उन्होंने दावा किया है कि उस कंपनी का भाजपा और उनके मंत्री के साथ सीधी साठ गांठ है , श्रीनगर में जब विधानसभा चुनाव हो रहे थे तो उस कंपनी ने वहां से चुनाव लड़ रहे वर्तमान मंत्री को खूब वित्तीय सहायता की थी इसका उनके पास प्रमाण है और बहुत जल्द इसका खुलासा भी करेंगे, इसके लिए चाहे उन्हें मुख्यमंत्री के घर पर धरने पर ही क्यों ना बैठना पड़े। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया की विगत 8 सालों से भाजपा की सरकार उत्तराखंड में है और दोनों कार्यकाल में सहकारिता मंत्री भी विभाग की बागडोर संभाले हुए हैं अगर कांग्रेस ने कुछ गड़बड़ी की थी तो वह इतना लंबा इंतजार क्यों करते रहे,जब कांग्रेस ने इस मुद्दे को उठाया तब उन्होंने इस पर जांच बैठने की बात की। लिहाजा इसकी निष्पक्ष जांच हो और दूध का दूध पानी का पानी हो अन्यथा कांग्रेस इस पर कई और परतें खोलेगी और बड़ा आंदोलन प्रदेश भर में करेगी
वहीं कांग्रेस संगठन भी इस मुद्दे को लेकर मुखर होता नजर आ रहा है और इस पर एक बड़ा आंदोलन खड़ा करने की चेतावनी दे रहा है कांग्रेस प्रवक्ता ने तो भाजपा को एक चैलेंज देते हुए कह दिया है कि उनके नेता गणेश गोदियाल अकेले ही सहकारिता विभाग की पोल खोलने के लिए काफी है।
मामला प्रदेशवासियों के साथ करोड़ों की धोखाधड़ी और सहकारिता मंत्री के विधानसभा क्षेत्र से भी जुड़ा हुआ है। गणेश गोदियाल भी इस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं लिहाजा दोनों नेताओं के लिए यह मुद्दा एक शाक के साथ-साथ आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी जमीन मजबूत करने का भी है। परिणाम आगे जो भी निकले इतना तो तय है कि यह मुद्दा अभी शांत होने वाला नहीं है क्योंकि 2027 में चुनावी बिगुल भी तो बजना है।