उत्तराखंड: देवभूमि का यह लाल बना सेंट्रल पुलिस फोर्स में AD, दीजिए बधाई

Uttarakhand : प्रदेश के युवाओं ने हर लाइन में सफलता हासिल की है। ऐसा कोई कार्य क्षेत्र नहीं रह गया, जहां प्रदेश के युवा सफल ना हुए हों। सेना से लेकर पुलिस फोर्स (Police Force) में शीर्ष पदों तक पहुंचने में उत्तराखंड के युवाओं को जवाब नहीं है। इसी कड़ी में हल्द्वानी के नरेश मनकोटी (Naresh Mankoti of Haldwani) ने भी पूरे प्रदेश का मान बढ़ाया है।

दरअसल नरेश मनकोटी सेंट्रल पुलिस फोर्स (Central Police Force) में असिस्टेंट कमांडेंट (Assistant Commandant) बन गए हैं। इस मौके पर उनके दारोगा पिता व माता के साथ ही पूरे परिवार में खुशियों की बौछार आ गई है। बता दें कि नरेश मनकोटी गोविंद सिंह मनकोटी के पुत्र हैं। गोविंद सिंह मनकोटी वर्तमान में पुलिस में सब इंस्पेक्टर (Sub Inspector) के पद पर तैनात हैं। जबति उनकी माता गृहणी हैं।

नरेश मनकोटी का सेंट्रल पुलिस फोर्स में इतने शीर्ष पद तक पहुंचने का सफर आसान तो किसी कीमत पर नहीं रहा होगा। हालांकि उन्होंने अपनी मेहनत, लगन व पिता द्वारा मिली प्रेरणा को व्यर्थ नहीं जाने दिया। दरअसल ये नरेश के दृढ़ संकल्प का ही नतीजा रहा कि बेटे ने यूपीएससी (UPSC) सीएपीपी एसी – 2020 को ना सिर्फ पास किया बल्कि इसमें वह 84 रैंक पाने में सफल रहे।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: देवभूमि में ऐसा होगा मौसम का हाल,पढ़िए पूरी खबर!

नरेश मनकोटी मूल रूप से बागेश्वर (Bageshwar district) के रहने वाले हैं। उनका मूल निवास बागेश्वर जनपद के मल्ला कोर्ट क्षेत्र स्थित अशोक गांव में है। नरेश मनकोटी की प्रारंभिक शिक्षा दर्पण चिल्ड्रन गार्डन (Darpan Children Garden Haldwani) हल्द्वानी से हुई है। इसके बाद उन्होंने नैनी वैली स्कूल काठगोदाम (Naini Valley School Kathgodam) से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट किया।

यह भी पढ़ें 👉  देहरादून- अभिनेता संजय मिश्रा, अतुल श्रीवास्तव ने दून में केएसएम फिल्म प्रोडक्शंस के लिए शुरू करी शूटिंग

इसके साथ ही नरेश मनकोटी ने रुद्रपुर के सरदार भगत सिंह कॉलेज (Sardar Bhagat Singh College Rudrapur) से उच्च शिक्षा भी प्राप्त की है। बता दें कि नरेश का बचपन से ही देश सेवा करने का मन था। उनकी हमेशा से ही फौज (Indian Army) में सेवा देने की इच्छा थी। नरेश मनकोटी की इस उपलब्धि पर पूरे हल्द्वानी व उत्तराखंड को गर्व है। बेटे ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, ईश्वर व गुरुजनों को दिया है।