उत्तराखंड: कोठी के बाहर काठगोदाम से चलने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस में होगा जर्मन तकनीक का इस्तेमाल

Uttarakhand News : भारतीय रेलवे का हमेशा प्रयास रहता है कि अपने यात्रियों के लिए सुविधाओं में बढ़ोतरी की जाए। यात्रियों के सफर को सुहाना, आसान और सुविधाओं से युक्त बनाने के लिए अब पूर्वोत्तर रेलवे ने भी एक बड़ा फैसला किया है। बता दें पूर्वोत्तर रेलवे ट्रेनों में पारंपरिक कोचों के स्थान पर एलएचबी (लिंक होफमैन बुश रैक) की सुविधा देने जा रहा है।

रेलवे ने कानपुर-काठगोदाम के बीच चलने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस के सभी एसी तृतीय कोच को एसी तृतीय इकोनॉमिक कोच में बदलने का फैसला लिया है। इसके साथ ही प्रशासन ने जम्मू तवी-काठगोदाम-जम्मू तवी गरीब रथ साप्ताहिक एक्सप्रेस में भी पारंपरिक रैकों के स्थान पर स्थाई रूप से एलएचबी रैक लगाने का फैसला कर लिया है।

जानकारी के अनुसार अब इन गाड़ियों में वातानुकूलित थर्ड एसी इकोनॉमिक श्रेणी के 12 जनरेटर सह लगेज यान के 2 कोचों सहित कुल 14 कोच को लगाया जाएगा। जम्मू तवी-काठगोदाम गरीब रथ साप्ताहिक एक्सप्रेस (12208/12207) 30 जनवरी से जम्मूतवी से एलएचबी रैक से चलेगी। जबकि काठगोदाम-जम्मू तवी गरीब रथ सप्ताहिक एक्सप्रेस 1 फरवरी से काठगोदाम से एलएचबी रैक से चलेगी 1

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काठगोदाम कानपुर सेंट्रल गरीब रथ साप्ताहिक एक्सप्रेस (12210/12209) 31 जनवरी से काठगोदाम से जबकि 1 फरवरी से कानपुर सेंट्रल से एलएचबी रैक के साथ चलाई जाएगी। अब तक इस ट्रेन में सामान्य कोच लगे थे। जो 30 जनवरी तक हटा दिए जाएंगे। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने जानकारी दी और बताया कि जर्मन तकनीक एलएचबी का इस्तेमाल तेज गति से चलने वाली ट्रेनों में किया जाता है। इसमें यात्री आराम से भी बैठ सकते हैं और दुर्घटना की संभावनाएं भी कम रहती हैं।