उत्तराखंड : देवभूमि के इस लाल ने किया कमाल स्वरोजगार से कमाए तीन लाख से अधिक रुपये

Uttarakhand News : आज पहाड़ों की जटिल परिस्थितियों को देखते हुए यहां का युवा पहाड़ों से पलायन कर रहा है हर दिन पहाड़ों पर रहना एक चेतावनी जैसा है।

उत्तराखंड के पहाड़ों पर रहने वाले युवा रोजगार के लिए न सिर्फ राज्य को छोड़कर बल्कि कुछ तो ऐसे भी हैं जो कि इस देश को छोड़कर विदेशों में जाने को मजबूर हो गए हैं। यह बात हम सभी को पता है कि आज पलायन उत्तराखंड का बहुत बड़ा मुद्दा बना हुआ है लेकिन अगर ऐसे में हम आपको यह बताएं कि उत्तराखंड का एक युवा जिसने की पहाड़ों की जटिल जीवन शैली को एक तरफा किनारे छोड़कर स्वयं का स्वरोजगार अपनाकर सफलता हासिल की तो शायद आप हैरान हो जाएंगे।

जी हां आज हम बात कर रहे हैं पौड़ी गढ़वाल की बीरोंखाल ब्लॉक में रहने वाले शंभू प्रसाद नोगाईं की । 38 वर्ष के शम्भू पैसा कमाने के उद्देश्य से पहाड़ों से निकालकर दिल्ली में जॉब करते थे। लेकिन शहर की तनाव भरी जिंदगी और शोरगुल ने शंभू प्रसाद को वापस से उत्तराखंड आने को मजबूर कर दिया।

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फिर वापस से उत्तराखंड आने के बाद पैसा कमाना और अपनी जीविका उपार्जन का स्रोत ढूंढना शंभू का पहला उद्देश्य बन गया। फिर क्या था सब्बू ने पहाड़ों पर रहकर पशुपालन और फलोत्पादन को रोजगार का जरिया बनाया। पशुपालन से शंभू ने शुद्ध घी तैयार किया और यदि 30 से 35 किलो भैंस के दूध का तैयार किया हुआ था ।

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हम सभी जानते हैं कि आज जहां बाजारों में ऑर्गेनिक उत्पादों की बहुत अधिक डिमांड है ऐसे में शंभू ले शुद्ध घरेलू तरीके से घी को घर पर ही तैयार किया इतना ही नहीं उन्होंने इस घी के व्यवसाय में लगभग तीन लाख से अधिक की कमाई भी की । 3 लाख से अधिक कमाई के रिकार्ड के कारण शम्भू को ब्लॉक स्तर पे सम्मानित भी किया गया ।

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यूके पॉजिटिव न्यूज़ की ओर से शम्भू को हार्दिक बधाई